लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के अंतर्गत विस्तार शिक्षा निदेशालय द्वारा नाबार्ड के सौजन्य से आज महिला पशुपालक सम्मेलन का आयोजन किया गया।
इस सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में श्रीमती दीपा गुहा मुख्य महाप्रबंधक नाबार्ड ने शिरकत की। विशिष्ट अतिथि के रुप में राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केंद्र निदेशक डॉ यशपाल शर्मा रहे, लुवास के कुलसचिव व अनुसंधान निदेशक डॉ. प्रवीन गोयल, पशुचिकित्सा महाविद्यालय अधिष्ठाता डॉ. वी.के.जैन, अधिष्ठाता स्नातकोत्तर डॉ. जगतबीर फोगाट, पूर्व विस्तार शिक्षा निदेशक डॉ. आर.एस. श्योकंद व अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे ।
मुख्य अतिथि महाप्रबंधक नाबार्ड श्रीमती दीपा गुहा ने इस अवसर पर बताया कि नाबार्ड ग्रामीण क्षेत्र के उत्थान में निरंतर कार्यरत है और ग्रामीण क्षेत्र के उत्थान के लिए महिलाओं का उत्थान अत्यंत आवश्यक है इसके लिए हम प्रशिक्षण कार्यक्रमों के आयोजन के साथ- साथ उन्हें विभिन्न उद्योगों को शुरू करवाने के लिए आर्थिक सहायता भी प्रदान करते हैं और महिला स्वंय सहायता समूह को भी बढ़ावा देते हैं और उन्हें आर्थिक सहायता के साथ- साथ उन्हें प्रशिक्षण एवं भ्रमण कार्यक्रमों का भी लाभ देते हैं ।
विशिष्ट अतिथि के रूप में पधारे राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केंद्र निदेशक डॉ यशपाल शर्मा ने महिलाओं को पशुपालन के प्रति जागरूक किया और विशेष तौर पर घोड़ी व गधी के दूध की विशेषताओं के बारे में बताया ।
विस्तार शिक्षा निदेशक डॉ धर्मवीर सिंह दहिया ने बताया कि लुवास ने हरियाणा के विभिन्न क्षेत्रों में महिला प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन किया था। कृषि एवं पशुपालन क्षेत्र का 50 प्रतिशत से अधिक कार्य महिलाओं द्वारा किया जाता है तथा महिलाओं को विभिन्न चीज़ों की वैज्ञानिक जानकारियों का आभाव है, क्योंकि उन्हें उचित वैज्ञानिक प्रशिक्षण प्रदान नही हो पाता है। इसलिए लुवास द्वारा हरियाणा प्रदेश के विभिन्न जिलों में महिला पशुपालकों के लिए 30 प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिसमें प्रदेश की 1500 महिलाओं ने पशुपालन क्षेत्र में कौशल संवर्धन पशु पालन प्रशिक्षण प्राप्त किया है।
वहीं इसी कड़ी में आज बुधवार को हरियाणा के विभिन्न जिलों से 150 महिला प्रशिक्षणार्थियों ने इस पशुपालक सम्मेलन में भाग लिया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को पशुपालन क्षेत्र में शिक्षित करना है ताकि वे स्वयं के रोजगार शुरू करके आर्थिक रूप से स्वावलंबी बन सकें। इस अवसर पर मंच पर उपस्थित अतिथि व विशिष्ट अतिथियों ने अपने अपने विचार प्रकट कर महिला पशुपालकों को संबोधित किया ।
लुवास द्वारा प्रशिक्षण कार्यक्रम से ही प्रशिक्षण प्राप्त कर प्रगतिशील पशुपालक महिला श्रीमती अरुणा देवी इस अवसर पर उपस्थित रही उन्होंने इस दौरान अपनी प्रशिक्षण से पहले और बाद की ज़िन्दगी का जिक्र किया और सबको डेयरी व्यवसाय के लिए प्रेरित किया । अरुणा देवी ने दूध व दूध उत्पादकों के संस्करण का सफल व्यवसाय किया हुआ है जिससे वे प्रदेश में महिला सशक्तिकरण का जीता जागता उदाहरण हैं। इस अवसर पर मुख्य अतिथि द्वारा उन्हें शॉल भेंट कर सम्मानित किया ।
वहीं आगे इस कार्यक्रम को रुचिवर्धक बनाने के लिए डॉ रमेश द्वारा प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया। जिसमें उपस्थित महिला प्रशिक्षणार्थियों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया। प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के दौरान सही उतर देने पर विजेताओं को निदेशालय की तरफ से गिफ्ट दिए गए। मंच का संचालन डॉ सुजॉय खन्ना ने किया। अंत में पूर्व निदेशक डॉ. आर.एस. श्योकंद ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। इस अवसर पर डॉ. देवेन्द्र यादव, डॉ. सरिता खत्री व विस्तार शिक्षा निदेशालय के अन्य कर्मचारियों द्वारा कार्यक्रम का सफल संचालन किया गया |
फोटो 01 – मुख्य अतिथि महाप्रबंधक नाबार्ड श्रीमती दीपा गुहा संबोधित करते हुए साथ में मंच पर उपस्थित अन्य अधिकारी
फोटो 02- विस्तार शिक्षा निदेशक डॉ. धर्मबीर सिंह दहिया संबोधित करते हुए
फोटो 03- प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में विजेता को गिफ्ट देते हुए मुख्य अतिथि
फोटो 04- प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में सवाल का जवाब देते हुए महिला पशुपालक
फोटो 05- उपस्थित वैज्ञानिक व महिला पशुपालक