15-03-2022: किसान मेले में लुवास विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. विनोद कुमार वर्मा विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित हुए
15-03-2022: आज चो. चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित कृषि मेला ‘खरीफ’ में लुवास विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. विनोद कुमार वर्मा विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित हुए इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मुझे बहुत ख़ुशी है कि इस मेले में मुझे किसानों व पशुपालकों से बात करने का अवसर मिला अब की बार कृषि मेले का विषय प्राकृतिक खेती रखा गया गया जी कि समय की मांग है । पशुपालक अधिक उत्पादन के लिए रासायनिक कीटनाशक, रासायनिक खाद, हारमोंस व एंटीबायोटिक दवाओं का पशुओं एवं मुर्गी पालन में अनावश्यक प्रयोग कर रहे है । इससे हमारी पूरी भोजन श्रृंखला दूषित हो रही है । प्राकृतिक खाद तथा आर्युवेदिक दवाइयों का उपयोग करते हुए हम पशुपालन को इन हानिकारक रसायनों से मुक्त रखते हुए अपनी आमदनी बढ़ा सकते है।
पशुपालकों की ऐसी समस्याओं को दूर करने के लिए लुवास में सर्वप्रथम पशु विज्ञान केंद्र कैथल जिले में शुरू किया है इसी मॉडल की देखा-देखी इस तरह के केंद्र अन्य राज्यों जैसे की बिहार आदि में भी शुरू हो गए है। लुवास ने अब तक 8 पशु-विज्ञान केंद्र व 7 पशु रोग निदान प्रयोगशालाए पशुओं के जल्दी उपचार हेतू हरियाणा के विभिन्न जिलों में स्थापित की है । इसके अलावा क्षेत्रीय अनुसनधान केंद्र करनाल तथा महेंद्रगढ़ में स्थापित किए गए है ।
डॉ. विनोद वर्मा ने पशुपालन में महिलाओं के योगदान पर भी प्रकाश डालते हुए कहा कि महिलाओं के उचित योगदान से ही किसानों की आमदनी को बढ़ाया जा सकता है ओर इसके लिए लुवास विश्वविद्यालय ने उनके पशुपालन प्रशिक्षण के लिए विशेष प्रबंध किए है
लुवास विश्वविद्यालय द्वारा दुग्ध उत्पाद प्रसंस्करण, पशुपालन, खनिज मिश्रण, उत्पादन पर भी प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करता है जो स्वरोजगार आय एवं आय में वृद्धि के लिए आवश्यक है। लुवास ने एमब्र्यो ट्रांसफर टेक्नोलॉजी में देसी गायों का कार्यक्रम सफलतापूर्वक क्रियान्वित किया जा रहा है जिसका किसान भाई नस्ल- सुधार एवं दूध उत्पादन में वृद्धि के लिए फायदा उठा सकते है । उन्होंने आगे कहा कि लुवास पशुपालन से संबंधित आपकी सभी समस्याओं के हल के लिए वचनबद्ध है । आप विश्वविद्यालय या इसके क्षेत्रीय अनुसंधान केन्द्रों की मदद लेकर अपने पशुओं के उत्पादन में वृद्धि, नस्ल- सुधार आदि अपनाकर अपनी आय को बढ़ा सकते है ।
इस किसान मेले में सर्वप्रथम कुलपति लुवास विनोद कुमार वर्मा ने लुवास के विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई स्टालों का निरीक्षण किया ये स्टालें लुवास में हो रही रिसर्च को किसानों तक पहुंचाने हेतू लगाई गई है । पशुपालक भी लुवास की इन स्टालों में अत्यधिक रूचि दिखा रहे है तथा इनमें पशुपालकों की दुविधाओं तथा पशुओं की बीमारियों का मौके पर विशेषज्ञों द्वारा निवारण किया जा रहा है