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04-06-2022: विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष में लुवास में भाषण, पोस्टर एवं निबंध लेखन प्रतियोगिता का आयोजन

छात्र कल्याण निदेशालय द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव श्रृंखला में आज 04 जून को विश्व पर्यावरण दिवस पर भाषण, पोस्टर एवं निबंध लेखन प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इस अवसर पर लुवास के अनुसंधान निदेशक एवं डेयरी साइंस कॉलेज के डीन डॉ. नरेश जिंदल उपस्थित रहे ।

कार्यक्रम की अध्यक्षता छात्र कल्याण निदेशक एवं सम्पदा अधिकारी डॉ. देवेन्द्र सिंह दलाल ने की । मंच का संचालन डॉ. नेहा ठाकुर द्वारा किया गया । इस अवसर पर एच.आर.एम. निदेशक डॉ. एस. एस. ढाका, लुवास प्राध्यापक संघ के अध्यक्ष डॉ. अशोक मलिक, विश्वविद्यालय के प्राध्यापक एवं छात्र उपस्थित थे ।

कार्यक्रम में ‘किचन वेस्ट से खाद कैसे बनाएं’ विषय पर हिसार की हरी-भरी वसुंधरा समिति की अध्यक्षा श्रीमती सुनीता रहेजा द्वारा व्याख्यान दिया गया। उन्होंने छात्रों से अनुरोध किया कि आरामदायक जीवनशैली छोड़कर हमें अपने पर्यावरण पर भी ध्यान देना होगा।

छात्र कल्याण निदेशक डॉ. डी. एस. दलाल ने प्राध्यापकों एवं छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि सन् 1973 से 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है । आज का आयोजन जनमानस में पर्यावरण के प्रति जागृति पैदा करने के लिए आयोजित किया गया है । माननीय कुलपति डॉ. विनोद कुमार वर्मा के दिशा-निर्देश पर कल सुबह 5 जून को विश्वविद्यालय में पौधारोपण कार्यक्रम भी आयोजित किया जाएगा जिसमें कुलपति महोदय मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे। उन्होंने छात्रों एवं प्राध्यापकों से आह्वान किया कि वे सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग बंद करे, सार्वजनिक यातायात प्रणाली का प्रयोग करें तथा कैम्पस में साइकिल को अपनाएं। इसके साथ-साथ उन्होंने सभी पुरस्कार विजेताओं एवं प्रतिभागियों को बधाई दी।

भाषण प्रतियोगिता की विजेताओं में बी.वी.एस.सी. थर्ड ईयर की शालू सिंह मंडल प्रथम, बी.वी.एस.सी. फोर्थ इयर अभिषेक चौहान द्वितीय, लुवास की पी.एच.डी. विद्यार्थी डॉ. अंजू पूनिया तृतीय व कॉन्सोलेशन प्राइज अन्शुला रैना को प्राप्त हुआ। निबंध प्रतियोगिता में प्रथम पूजा महला, द्वितीय अन्शुला रैना व अभिषेक तृतीय रहे। ड्राइंग प्रतियोगिता में पी.एच.डी. स्कॉलर डॉ. संगीता दास प्रथम, एम.वी.एस. छात्र डॉ. प्रिया द्वितीय, डॉ. खुशबू तृतीय व कॉन्सोलेशन प्राइज शिवानी को मिला। सभी विजेता प्रतिभागियों को मुख्य अतिथि अनुसंधान निदेशक डॉ. नरेश जिंदल ने पुरस्कार प्रदान किए गए।

इस कार्यक्रम में अपने संबोधन में डॉ. नरेश जिंदल ने कहा कि आज के आयोजन के लिए मैं छात्र कल्याण निदेशालय एवं सभी पुरस्कार विजेताओं को बधाई देता हूँ। उन्होंने कहा कि विज्ञान एवं तकनीक के प्रयोग से आज जीवनशैली तो आरामदायक हो रही है परन्तु यह पर्यावरण के लिए घातक सिद्ध हो रही है । सरकार को विभिन्न कारखानों द्वारा फैलाये जा रहे वायु एवं जल प्रदूषण पर नियमों का सख्ती से पालन करवाना होगा । विभिन्न वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाया है कि आगामी 2 दशकों में पृथ्वी का तापमान 1.5 डिग्रीC बढ़ जाएगा जिसे हमें 50 वर्षों तक ले जाना पड़ेगा । हम केवल पेड़ ही ना लगाए अपितु 2 वर्षों तक उनकी देखभाल भी करें ।
कार्यक्रम के अंत में लुवास्टा सचिव डॉ. अमित पूनिया द्वारा कुलपति महोदय का आभार प्रकट किया कि एवं प्राध्यापक संगठन के प्रस्ताव को तुरंत प्रभाव से अमल करने का प्रस्ताव रखा । उन्होंने मुख्य अतिथि अनुसंधान निदेशक एवं डीन डॉ. नरेश जिंदल, छात्र कल्याण निदेशक डॉ. डी.एस. दहिया, प्राध्यापकों, छात्रों एवं प्रतिभागियों का आज के आयोजन को सफल बनाने के लिए धन्यवाद प्रकट किया ।

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